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By - News Desk Sep 10, 2025 Comments (3) राज्य

नेपाल की हिंसा की लपटें भारत तक पहुंचीं, कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ और आगजनी से बढ़ा तनाव

नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ जारी हिंसक प्रदर्शन अब भारत की सीमा तक पहुँच चुके हैं। उपद्रवियों द्वारा संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में आगजनी के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। बुधवार को नेपाल से सटे भारत के सीमांत क्षेत्रों में भी इसका असर दिखा, जहाँ विरोध प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएँ सामने आईं।


हिंसा की लपटें भारत तक पहुँचीं

बुधवार को झूलाघाट और धारचूला से सटे नेपाल के दार्चुला और बैतड़ी में भी प्रदर्शन हुए। बैतड़ी के साहिलेक बाजार में युवाओं ने सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में बाजार बंद करवाया और जुलूस निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वरिष्ठ पत्रकार गोकर्ण दयाल ने बताया कि युवाओं का प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरू हुआ, लेकिन सरकार के खिलाफ गहरा आक्रोश दिखाई दिया।


कांग्रेस और एमाले कार्यालय में तोड़फोड़

दार्चुला में प्रदर्शन उग्र हो गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रदर्शनकारी दार्चुला बहुमुखी कैंपस में एकत्र होकर बाजार में जुलूस निकाले और सीडीओ कार्यालय पर पत्थरबाजी की। दोपहर दो बजे के आसपास प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस और एमाले-माओवादी कार्यालयों में तोड़फोड़ की। नेपाल पुलिस और सशस्त्र प्रहरी बल की संयुक्त टीम घटनास्थल पर पहुँची, लेकिन प्रदर्शनकारियों के सामने नियंत्रण स्थापित नहीं कर सकी।


संसद और सरकारी भवनों में आगजनी

नेपाल में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट सहित कई मंत्रियों और नेताओं के घरों व कार्यालयों में आगजनी की। हिंसा के दबाव में प्रधानमंत्री ओली को इस्तीफा देना पड़ा। उपद्रवियों ने भ्रष्टाचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के विरोध में व्यापक प्रदर्शन किया।


ब्रह्मदेव में व्यापारियों का विरोध

नेपाल के ब्रह्मदेव बाजार में व्यापारियों और नागरिकों ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में बाजार बंद कर प्रदर्शन किया। बाजार व्यवस्थापन समिति के सचिव यज्ञ राज भट्ट ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताते हुए विरोध जताया। उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बंद करना नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है।”


सीमांत में आवाजाही जारी, कस्टम बंद

नेपाल में बढ़ती हिंसा के बावजूद झूलाघाट और अन्य अंतरराष्ट्रीय पुलों पर आवाजाही सामान्य बनी हुई है। झूलाघाट पुल से रोजाना औसतन दो से ढाई सौ लोग आवाजाही कर रहे हैं। हालांकि, नेपाल का कस्टम बंद कर दिया गया है, जिससे व्यापार और सामान की आवाजाही प्रभावित हो रही है।


तनाव बढ़ा, प्रशासन सतर्क

नेपाल में भड़की हिंसा और उसके भारत में असर ने सीमांत क्षेत्रों में प्रशासन को सतर्क कर दिया है। स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। दोनों देशों की सीमा पर स्थिति सामान्य बनाए रखने के प्रयास जारी हैं।

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